शिवरीनारायण
शिवरीनारायण मंदिर (लक्ष्मीनारायण मंदिर) –
- बिलासपुर से दक्षिण पूर्व दिशा में लगभग 64 किमी दूर प्राचीन धर्मिक स्थलस शिवरीनारायण स्थित है .
- महानदी , जोंक नदी एवं शिवनाथ नदी के त्रिवेणी संगम स्थल पर स्थित है जो हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र रहा है।
- मान्यता है कि इसी स्थान पर प्राचीन समय में पहले भगवान जगन्नाथ जी की प्रतिमा स्थापित कराई गयी थी परंतु बाद में उस प्रतिमा को जगन्नाथ पुरी में ले जाया गया था।
- शिवरीनारायण मन्दिर छत्तीसगढ़ के जंजगीर-चंपा ज़िले में स्थित प्रमुख मन्दिरों में से एक है। शिवरीनारायण मन्दिर को लक्ष्मीनारायण मन्दिर और शिवनारायण मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है।
- हिन्दू कथाओं के अनुसार शिवनारायण मन्दिर के पास ही शबरी आश्रम है जहाँ वनवास के समय श्री राम आये थे।
- माघ पूर्णिमा के दिन यहां पर भव्य मेले का आयोजन भी किया जाता है. जो लगभग एक पखवाडे तक चलता है ,इस दिन यहा जगन्नाथ जी के दर्शन का महत्व ‘पूरी’ के दर्शन के तुल्य मन जाता है |
- निर्माता – हैहय वंश
- निर्माण काल – 11वीं शताब्दी
- वास्तुकला ~-वैष्णव शैली