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छत्तीसगढ़ का इतिहास

छत्तीसगढ़ का इतिहास 

छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम कौशल था. जो छतीस गढ़ों को अपने में समाहित करने के कारण छत्तीसगढ़ कहलाया था. छत्तीसगढ़ में मेघवंश, बाणवंश, राजर्षितुल्य कुल, पर्वद्वारक वंश, नलवंश, शरभपूरी वंश, पांडू वंश, सोमवंश-सिरपुर, काकतीय वंश, पांडू वश- मैकाल राजवंशों ने यहाँ शासन किया था. कलचुरी शासन में गढ़ महत्वपूर्ण इकाई थी. कलचुरी शासकों ने 980 ई. से लेकर 1791 ई. तक छत्‍तीसगढ़ पर सन राज किया था.

छत्तीसगढ़ इतिहास का प्रभाव 
  • छत्तीसगढ़ 36 गढ़ों में विभाजित था. छत्तीसगढ़ में कलचुरी वंश की दो शाखाएँ थी. छत्तीसगढ़ वैदिक व पौराणिक काल से ही विभिन्न संस्कृतियों के विकास का केंद्र रहा है. इस प्रदेश का उलेख रामायण व महाभारत में भी उपलब्ध है.
  • यहाँ के प्राचीन मंदिर इंगित करते है की यहाँ पर वैष्णव, शैव, शाक्त व बौद्ध के साथ-साथ अनेक संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है.
छत्तीसगढ़ राज का उदय 

छत्तीसगढ़ मध्य भारत का हिस्सा है जिसकी राजधानी रायपुर है। छत्तीसगढ़ पहले मध्यप्रदेस हिस्सा हुआ करता था। 1 नवम्बर सन 2000 को छत्तीसगढ़ का गठन किया गया था। यह 135,192 किमी 2 के क्षेत्रफल के साथ भारत का 9वां सबसे बड़ा राज्य है। 2020 तक, इसकी आबादी लगभग 29.4 मिलियन है, जो इसे राज्य को देश का 17वां सबसे अधिक आबादी वाला राज्य बनाता है।

छत्तीसगढ़ इतिहास परिचय 
  • प्राचीन समय में यह क्षेत्र दक्षिण कोसला के नाम से जाना जाता था। छठी और 12 वी शताब्दी के बीच शरभपुरी, पांडूवंशी, सोमवंशी, कालाचुरी और नागवंशी शासको ने क्षेत्र पर राज किया। 11 वी शताब्दी में छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र पर चोल साम्राज्य के राजेन्द्र चोल प्रथम और कुलोथुंगा चोल प्रथम ने आक्रमण किया था। 1741 से 1845 तक छत्तीसगढ़ मराठा साम्राज्य के नियंत्रण में था।
  • 1845 से 1947 तक छत्तीसगढ़ पर ब्रिटिशो का नियंत्रण था। 1845 में ब्रिटिश के आगमन के साथ ही रतनपुर की जगह पर रायपुर ने शोहरत हासिल कर ली। 1905 में संबलपुर जिले को ओडिशा में स्थानांतरित किया गया और सुरगुजा राज्य को बंगाल से छत्तीसगढ़ स्थानांतरित किया गया।
  • क्षेत्र में नए क्षेत्र को मिलाकर 1 नवम्बर 1956 को नये राज्य की स्थापना की गयी और बाद में यह आज़ादी के 44 वर्षो तक राज्य का ही भाग रहा। नव राज्य मध्यप्रदेश का हिसा बनने से पहले यह क्षेत्र प्राचीन मध्यप्रदेश राज्य का हिस्सा था, जिसकी राजधानी भी भोपाल ही थी।
छत्तीसगढ़ राज्य परिचय 

धान का कटोरा कहा जाने वाला छत्तीसगढ़ आर्य और अनार्य संस्कृतियों का संगम स्थल रहा है I विभिन्न स्रोतों से ज्ञात होता है की छत्तीसगढ़ का इतिहास मौर्य काल से प्राचीन नही है , लेकिन किवदंतियों तथा महाकाव्यों से जैसे रामायण महाभारत से ज्ञात होता है की छत्तीसगढ़ प्राचीन कल से ही अथवा त्रेता युग से ही भारत की राजनीतिक तथा सांस्कृतिक गतिविधियों से किसी न किसी रूप से संबद्ध है।

  • मध्य प्रदेश से बनाया गया यह राज्य भारतीय संघ के 26 वें राज्य के रूप में 1 नवंबर, 2000 को पूर्ण अस्तित्व में आया।
  • प्राचीन काल में इस क्षेत्र को ‘दक्षिण कोशल’ के नाम से जाना जाता था।
  • इस क्षेत्र का उल्लेख रामायण और महाभारत में भी मिलता है।
  • छठी और बारहवीं शताब्दियों के बीच सरभपूरिया, पांडुवंशी, सोमवंशी, कलचुरीऔर नागवंशी शासकों ने इस क्षेत्र पर शासन किया।
  • कलचुरी और नागावंशी शासकों ने इस क्षेत्र पर शासन किया कलचुरियों ने छत्तीसगढ़ पर सन् 980 से लेकर 1791 तक राज किया सन् 1854 में अंग्रेज़ों के आक्रमण के बाद महत्त्व बढ़ गया सन् 1904 में संबलपुर उड़ीसा में चला गया और ‘सरगुजा’ रियासत बंगाल से छत्तीसगढ़ के पास आ गई।
  • छत्तीसगढ़ पूर्व में दक्षिणी झारखण्ड और उड़ीसा से, पश्चिम में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से, उत्तर में उत्तर प्रदेश और पश्चिमी झारखण्ड और दक्षिण में आंध्र प्रदेश से घिरा है।
  • छत्तीसगढ़ क्षेत्रफल के हिसाब से देश का नौवां बड़ा राज्य है और जनसंख्या की दृष्टि से इसका 17वां स्थान है।
ब्रिटिश कालीन छत्तीसगढ़

इससे पहले ब्रिटिश राज में यह क्षेत्र केंद्रीय प्रांत और बरार का हिस्सा था। छत्तीसगढ़ राज्य के कुछ क्षेत्र ब्रिटिश शासन के समय केंद्रित प्रान्त हुआ करते थे, लेकिन बाद इन्हें मध्यप्रदेश में शामिल कर दिया गया। सबसे पहले 1920 में स्वतंत्र राज्य की मांग की गयी थी। इसके बाद थोड़े समय के अंतराल में बार-बार यह मांग होती रही, लेकिन कभी भी इसके लिए किसी अभियान की स्थापना नही की गयी।

  • 1954 में जब राज्य पुनर्गठन कमीशन की स्थापना की गयी तो स्वतंत्र छत्तीसगढ़ राज्य की मांग को सामने लाया गया, लेकिन इस बात की तब भी मंजूरी नही मिली। 1955 में नागपुर असेंबली में स्वतंत्र राज्य की मांग की गयी, जो उस समय मध्य भारत में आता था।
  • 1990 में विरोध की और भी गतिविधियाँ देखने मिली। जिसमे राज्य में राजनितिक फोरम की स्थापना करना और विशेषतः राज्य निर्माण मंच की स्थापना करना भी शामिल था। चंदुलाल चद्रकर ने फोरम का नेतृत्व किया और फोरम में बहुत से सफल क्षेत्रीय आंदोलनों का आयोजन किया गया। फोरम के इन आंदोलनों को सभी संस्थाओ से सहायता मिल रही थी, जिसमे भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस भी शामिल थी।
  • नये राष्ट्रिय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार ने पुनः तैयार किये हुए छत्तीसगढ़ बील को अनुमोदन के लिए मध्यप्रदेश असेंबली भेजा, जहाँ एक बार फिर इसे सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया और लोक सभा में पेश किया गया। स्वतंत्र छत्तीसगढ़ का बील लोकसभा और राज्यसभा में पारित किया गया और स्वतंत्र छत्तीसगढ़ राज्य बनाने का रास्ता भी साफ़ हो गया।
  •  भारत सरकार ने 1 नवम्बर 2000 को ही मध्य प्रदेश राज्य को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश नामक दो राज्यों में विभाजित किया।
छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश का इतिहास 
  • मध्‍य प्रदेश का हिस्‍सा अलग कर बनाया गया भारत का यह राज्‍य 1 नवंबर 2000 को भारतीय संघ के 26वें राज्‍य के रूप में अस्तित्‍व में आया था. यहां के आदिवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को यह राज्‍य पूरा करता है. 1854 ई. में अंग्रजों के आक्रमण के पश्चात् ब्रिटिश शासन के काल में रायपुर का महत्‍व राजधानी रतनगढ़ के बजाय बढ़ गया था.
  • 25 अगस्त 2000 को भारत के राष्ट्रपति ने मध्य प्रदेश पुनर्गठन एक्ट 2000 के तहत अपनी सहमति भी दे दी। भारत सरकार ने 1 नवम्बर 2000 को ही मध्य प्रदेश राज्य को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश नामक दो राज्यों में विभाजित किया।
इन्हें भी देखे 
FAQs

यह राज्य भारत का कौनसा राज्य है?

यह राज्य भारत का 26वां राज्य है.

छत्‍तीसगढ़ जनसंख्‍या की दृष्टि से कौनसा बड़ा राज्य है?

छत्‍तीसगढ़ जनसंख्‍या की दृष्टि से 17वां बड़ा राज्य है.

छत्‍तीसगढ़ क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का कौनसा बड़ा राज्‍य है?

छत्‍तीसगढ़ क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का 9वां बड़ा राज्‍य है.

संबलपुर को ओडिशा में कब स्थानांतरित कर दिया गया था?

1904 ई. में संबलपुर को ओडिशा में स्थानांतरित कर दिया गया था.

कलचुरी शासकों ने छत्‍तीसगढ़ पर कब तक राज किया था?

कलचुरी शासकों ने 980 ई. से लेकर 1791 ई. तक छत्‍तीसगढ़ पर सन राज किया था.

यह राज्‍य भारतीय संघ के 26वें राज्‍य के रूप में अस्तित्‍व में कब आया था?

यह राज्‍य 1 नवंबर 2000 को भारतीय संघ के 26वें राज्‍य के रूप में अस्तित्‍व में आया था.

इस प्रदेश का उलेख कहाँ-कहाँ उपलब्ध है?

इस प्रदेश का उलेख रामायण व महाभारत में भी उपलब्ध है.

छत्तीसगढ़ पर किन-किन राजवंशों ने शासन किया था?

छत्तीसगढ़ में मेघवंश, बाणवंश, राजर्षितुल्य कुल, पर्वद्वारक वंश, नलवंश, शरभपूरी वंश, पांडू वंश, सोमवंश-सिरपुर, काकतीय वंश, पांडू वश- मैकाल राजवंशों ने यहाँ शासन किया था.

छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम क्या था?

छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम कौशल था.

यह प्रदेश छत्तीसगढ़ क्यों कहलाया था?

यह प्रदेश छतीस (36) गढ़ों को अपने में समाहित करने के कारण छत्तीसगढ़ कहलाया था.

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छत्तीसगढ़ का इतिहास

छत्तीसगढ़ का इतिहास 

छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम कौशल था. जो छतीस गढ़ों को अपने में समाहित करने के कारण छत्तीसगढ़ कहलाया था. छत्तीसगढ़ में मेघवंश, बाणवंश, राजर्षितुल्य कुल, पर्वद्वारक वंश, नलवंश, शरभपूरी वंश, पांडू वंश, सोमवंश-सिरपुर, काकतीय वंश, पांडू वश- मैकाल राजवंशों ने यहाँ शासन किया था. कलचुरी शासन में गढ़ महत्वपूर्ण इकाई थी. कलचुरी शासकों ने 980 ई. से लेकर 1791 ई. तक छत्‍तीसगढ़ पर सन राज किया था.

छत्तीसगढ़ इतिहास का प्रभाव 
  • छत्तीसगढ़ 36 गढ़ों में विभाजित था. छत्तीसगढ़ में कलचुरी वंश की दो शाखाएँ थी. छत्तीसगढ़ वैदिक व पौराणिक काल से ही विभिन्न संस्कृतियों के विकास का केंद्र रहा है. इस प्रदेश का उलेख रामायण व महाभारत में भी उपलब्ध है.
  • यहाँ के प्राचीन मंदिर इंगित करते है की यहाँ पर वैष्णव, शैव, शाक्त व बौद्ध के साथ-साथ अनेक संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है.
छत्तीसगढ़ राज का उदय 

छत्तीसगढ़ मध्य भारत का हिस्सा है जिसकी राजधानी रायपुर है। छत्तीसगढ़ पहले मध्यप्रदेस हिस्सा हुआ करता था। 1 नवम्बर सन 2000 को छत्तीसगढ़ का गठन किया गया था। यह 135,192 किमी 2 के क्षेत्रफल के साथ भारत का 9वां सबसे बड़ा राज्य है। 2020 तक, इसकी आबादी लगभग 29.4 मिलियन है, जो इसे राज्य को देश का 17वां सबसे अधिक आबादी वाला राज्य बनाता है।

छत्तीसगढ़ इतिहास परिचय 
  • प्राचीन समय में यह क्षेत्र दक्षिण कोसला के नाम से जाना जाता था। छठी और 12 वी शताब्दी के बीच शरभपुरी, पांडूवंशी, सोमवंशी, कालाचुरी और नागवंशी शासको ने क्षेत्र पर राज किया। 11 वी शताब्दी में छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र पर चोल साम्राज्य के राजेन्द्र चोल प्रथम और कुलोथुंगा चोल प्रथम ने आक्रमण किया था। 1741 से 1845 तक छत्तीसगढ़ मराठा साम्राज्य के नियंत्रण में था।
  • 1845 से 1947 तक छत्तीसगढ़ पर ब्रिटिशो का नियंत्रण था। 1845 में ब्रिटिश के आगमन के साथ ही रतनपुर की जगह पर रायपुर ने शोहरत हासिल कर ली। 1905 में संबलपुर जिले को ओडिशा में स्थानांतरित किया गया और सुरगुजा राज्य को बंगाल से छत्तीसगढ़ स्थानांतरित किया गया।
  • क्षेत्र में नए क्षेत्र को मिलाकर 1 नवम्बर 1956 को नये राज्य की स्थापना की गयी और बाद में यह आज़ादी के 44 वर्षो तक राज्य का ही भाग रहा। नव राज्य मध्यप्रदेश का हिसा बनने से पहले यह क्षेत्र प्राचीन मध्यप्रदेश राज्य का हिस्सा था, जिसकी राजधानी भी भोपाल ही थी।
छत्तीसगढ़ राज्य परिचय 

धान का कटोरा कहा जाने वाला छत्तीसगढ़ आर्य और अनार्य संस्कृतियों का संगम स्थल रहा है I विभिन्न स्रोतों से ज्ञात होता है की छत्तीसगढ़ का इतिहास मौर्य काल से प्राचीन नही है , लेकिन किवदंतियों तथा महाकाव्यों से जैसे रामायण महाभारत से ज्ञात होता है की छत्तीसगढ़ प्राचीन कल से ही अथवा त्रेता युग से ही भारत की राजनीतिक तथा सांस्कृतिक गतिविधियों से किसी न किसी रूप से संबद्ध है।

  • मध्य प्रदेश से बनाया गया यह राज्य भारतीय संघ के 26 वें राज्य के रूप में 1 नवंबर, 2000 को पूर्ण अस्तित्व में आया।
  • प्राचीन काल में इस क्षेत्र को ‘दक्षिण कोशल’ के नाम से जाना जाता था।
  • इस क्षेत्र का उल्लेख रामायण और महाभारत में भी मिलता है।
  • छठी और बारहवीं शताब्दियों के बीच सरभपूरिया, पांडुवंशी, सोमवंशी, कलचुरीऔर नागवंशी शासकों ने इस क्षेत्र पर शासन किया।
  • कलचुरी और नागावंशी शासकों ने इस क्षेत्र पर शासन किया कलचुरियों ने छत्तीसगढ़ पर सन् 980 से लेकर 1791 तक राज किया सन् 1854 में अंग्रेज़ों के आक्रमण के बाद महत्त्व बढ़ गया सन् 1904 में संबलपुर उड़ीसा में चला गया और ‘सरगुजा’ रियासत बंगाल से छत्तीसगढ़ के पास आ गई।
  • छत्तीसगढ़ पूर्व में दक्षिणी झारखण्ड और उड़ीसा से, पश्चिम में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से, उत्तर में उत्तर प्रदेश और पश्चिमी झारखण्ड और दक्षिण में आंध्र प्रदेश से घिरा है।
  • छत्तीसगढ़ क्षेत्रफल के हिसाब से देश का नौवां बड़ा राज्य है और जनसंख्या की दृष्टि से इसका 17वां स्थान है।
ब्रिटिश कालीन छत्तीसगढ़

इससे पहले ब्रिटिश राज में यह क्षेत्र केंद्रीय प्रांत और बरार का हिस्सा था। छत्तीसगढ़ राज्य के कुछ क्षेत्र ब्रिटिश शासन के समय केंद्रित प्रान्त हुआ करते थे, लेकिन बाद इन्हें मध्यप्रदेश में शामिल कर दिया गया। सबसे पहले 1920 में स्वतंत्र राज्य की मांग की गयी थी। इसके बाद थोड़े समय के अंतराल में बार-बार यह मांग होती रही, लेकिन कभी भी इसके लिए किसी अभियान की स्थापना नही की गयी।

  • 1954 में जब राज्य पुनर्गठन कमीशन की स्थापना की गयी तो स्वतंत्र छत्तीसगढ़ राज्य की मांग को सामने लाया गया, लेकिन इस बात की तब भी मंजूरी नही मिली। 1955 में नागपुर असेंबली में स्वतंत्र राज्य की मांग की गयी, जो उस समय मध्य भारत में आता था।
  • 1990 में विरोध की और भी गतिविधियाँ देखने मिली। जिसमे राज्य में राजनितिक फोरम की स्थापना करना और विशेषतः राज्य निर्माण मंच की स्थापना करना भी शामिल था। चंदुलाल चद्रकर ने फोरम का नेतृत्व किया और फोरम में बहुत से सफल क्षेत्रीय आंदोलनों का आयोजन किया गया। फोरम के इन आंदोलनों को सभी संस्थाओ से सहायता मिल रही थी, जिसमे भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस भी शामिल थी।
  • नये राष्ट्रिय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार ने पुनः तैयार किये हुए छत्तीसगढ़ बील को अनुमोदन के लिए मध्यप्रदेश असेंबली भेजा, जहाँ एक बार फिर इसे सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया और लोक सभा में पेश किया गया। स्वतंत्र छत्तीसगढ़ का बील लोकसभा और राज्यसभा में पारित किया गया और स्वतंत्र छत्तीसगढ़ राज्य बनाने का रास्ता भी साफ़ हो गया।
  •  भारत सरकार ने 1 नवम्बर 2000 को ही मध्य प्रदेश राज्य को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश नामक दो राज्यों में विभाजित किया।
छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश का इतिहास 
  • मध्‍य प्रदेश का हिस्‍सा अलग कर बनाया गया भारत का यह राज्‍य 1 नवंबर 2000 को भारतीय संघ के 26वें राज्‍य के रूप में अस्तित्‍व में आया था. यहां के आदिवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को यह राज्‍य पूरा करता है. 1854 ई. में अंग्रजों के आक्रमण के पश्चात् ब्रिटिश शासन के काल में रायपुर का महत्‍व राजधानी रतनगढ़ के बजाय बढ़ गया था.
  • 25 अगस्त 2000 को भारत के राष्ट्रपति ने मध्य प्रदेश पुनर्गठन एक्ट 2000 के तहत अपनी सहमति भी दे दी। भारत सरकार ने 1 नवम्बर 2000 को ही मध्य प्रदेश राज्य को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश नामक दो राज्यों में विभाजित किया।
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FAQs

यह राज्य भारत का कौनसा राज्य है?

यह राज्य भारत का 26वां राज्य है.

छत्‍तीसगढ़ जनसंख्‍या की दृष्टि से कौनसा बड़ा राज्य है?

छत्‍तीसगढ़ जनसंख्‍या की दृष्टि से 17वां बड़ा राज्य है.

छत्‍तीसगढ़ क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का कौनसा बड़ा राज्‍य है?

छत्‍तीसगढ़ क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का 9वां बड़ा राज्‍य है.

संबलपुर को ओडिशा में कब स्थानांतरित कर दिया गया था?

1904 ई. में संबलपुर को ओडिशा में स्थानांतरित कर दिया गया था.

कलचुरी शासकों ने छत्‍तीसगढ़ पर कब तक राज किया था?

कलचुरी शासकों ने 980 ई. से लेकर 1791 ई. तक छत्‍तीसगढ़ पर सन राज किया था.

यह राज्‍य भारतीय संघ के 26वें राज्‍य के रूप में अस्तित्‍व में कब आया था?

यह राज्‍य 1 नवंबर 2000 को भारतीय संघ के 26वें राज्‍य के रूप में अस्तित्‍व में आया था.

इस प्रदेश का उलेख कहाँ-कहाँ उपलब्ध है?

इस प्रदेश का उलेख रामायण व महाभारत में भी उपलब्ध है.

छत्तीसगढ़ पर किन-किन राजवंशों ने शासन किया था?

छत्तीसगढ़ में मेघवंश, बाणवंश, राजर्षितुल्य कुल, पर्वद्वारक वंश, नलवंश, शरभपूरी वंश, पांडू वंश, सोमवंश-सिरपुर, काकतीय वंश, पांडू वश- मैकाल राजवंशों ने यहाँ शासन किया था.

छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम क्या था?

छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम कौशल था.

यह प्रदेश छत्तीसगढ़ क्यों कहलाया था?

यह प्रदेश छतीस (36) गढ़ों को अपने में समाहित करने के कारण छत्तीसगढ़ कहलाया था.

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