मैथ्स (MATH) ऐसा सब्जेक्ट है जिसमें स्टूडेंट को 100 में से 100 नंबर भी मिल सकते हैं. ऐसे में स्टूडेंट पेपर देते समय फॉर्मूले का अच्छे से आंकलन कर लें क्योंकि हल्की सी चूक होने के कारण सवाल का उत्तर ही गलत हो जाता है. ऐसे में अगर आप फॉर्मूले पर अभ्यास कर लेंगे तो किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी.
प्रैक्टिस पर करें ज्यादा फोकस
मैथ्स की तैयारी के लिए प्रैक्टिस ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है. जितनी ज्यादा प्रैक्टिस की जाएगी, उतना ही फायदा होगा. पिछले 5 साल तक के जितने भी मैथ्स के पेपर हैं. उन सभी को निर्धारित समय के अनुसार प्रैक्टिस करना शुरू कर दें. अपने रूम में फॉर्मूले से संबंधित विभिन्न चार्ट पेपर लगा लें.
गणित का पेपर हल करने की टिप्स
- कोई सवाल ऐसा लग रहा है, जिसके आंसर में आप कन्फ्यूज हो गए हैं तो उसको आंसर शीट के बजाय उपलब्ध कराई गई रफ कॉपी पर करके देखें.
- किसी सवाल पर अटक रहे हैं तो उसे छोड़ दें और अन्य क्वेश्चनों के आंसर लिखें.
- मैथ्स के सवालों के जवाब फॉर्मूले से ही आते हैं इसलिए जल्दबाजी न करें और सही फार्मूला अप्लाई करें.
- बेहद सावधानी के साथ आंसर लिखें ताकि आप परफॉर्म कर पाएं.
- सारे जवाब लिखने के बाद यदि कुछ समय बचे तो एक बार जवाबों को रीचेक कर लें.
- पेपर शुरू होने के पहले परीक्षा हॉल में घबराने के बजाय पांच से दस मिनट ध्यान कर सकते हैं.
- इधर उधर की बातों या निगेटिव विचारों में नहीं बल्कि पूरा फोकस अपनी प्रैक्टिस पर रखें.