सरकार ने सीमांत ग्रामीण महिलाओं को एसएचजी नेटवर्क में लाने के लिए ‘संगठन से समृद्धि’ योजना शुरू की
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यह सभी पात्र ग्रामीण महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में लाकर सीमांत ग्रामीण परिवारों को सशक्त बनाएगा।
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सरकार मौजूदा नौ करोड़ से 10 करोड़ महिलाओं को एसएचजी के दायरे में लाने का लक्ष्य बना रही है।
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सदस्यों की संख्या, जो मई 2014 में मात्र 2.35 करोड़ थी, अब नौ करोड़ को पार कर गई है।
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सरकार ने लक्ष्य रखा है कि स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हर महिला को सालाना एक लाख रुपये कमाने में सक्षम होना चाहिए।