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हाल ही में बांग्लादेश ने अपना पहला सबमरीन बेस् शुरू किया है?

बांग्लादेश बंदरगाह पर पनडुब्बियों और युद्धपोतों को सुरक्षित जेटी फैसिलिटी प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त सबमरीन बेस को शुरू किया है। चीन की मदद से बने इस सबमरीन बेस को कॉक्स बाजारा के पेकुआ में स्थापित किया गया है।

सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने आधिकारिक निवास गणभवन से ‘बीएनएस शेख हसीना’ नाम के सबमरीन बेस का उद्घाटन किया। 1.21 अरब डॉलर की लागत से बने इस बेस में एक बार में कुछ छह पनडुब्बी और आठ युद्धपोतों को तैनात किया जा सकता है। बंगाल की खाड़ी में स्थित यह बेस आपातकाल में पनडुब्बियों की सुरक्षित और तेज आवाजाही में भी मदद करेगा। हालांकि, इसे भारत के लिए खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 3 मार्च 2017 को ‘बीएनएस शेख हसीना’ नाम के इस सबमरीन बेस की आधारशिला रखी थी। यह बांग्लादेश की अब तक की सबसे उल्लेखनीय नौसैनिक कूटनीति उपलब्धियों में से एक है। 2009 में सत्ता में आने के बाद से ही शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की तैयार की गई रक्षा नीति के अनुसार ‘फोर्सेज गोल 2030’ को लागू करना शुरू कर दिया है.

FAQs

हाल ही में किस देश ने अपना पहला सबमरीन बेस् शुरू किया है?

बांग्लादेश बंदरगाह पर पनडुब्बियों और युद्धपोतों को सुरक्षित जेटी फैसिलिटी प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त सबमरीन बेस को शुरू किया है।

पनडुब्बियां क्यों बनाई गईं?

अमेरिकी क्रांति (1775-83) के दौरान पनडुब्बी को पहली बार नौसैनिक युद्ध में एक आक्रामक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया था। येल में एक छात्र डेविड बुशनेल द्वारा आविष्कार किया गया कछुआ, एक आदमी का शिल्प, अंत में खड़े अखरोट के आकार में लकड़ी का बनाया गया था.

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बांग्लादेश बंदरगाह पर पनडुब्बियों और युद्धपोतों को सुरक्षित जेटी फैसिलिटी प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त सबमरीन बेस को शुरू किया है। चीन की मदद से बने इस सबमरीन बेस को कॉक्स बाजारा के पेकुआ में स्थापित किया गया है।

सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने आधिकारिक निवास गणभवन से ‘बीएनएस शेख हसीना’ नाम के सबमरीन बेस का उद्घाटन किया। 1.21 अरब डॉलर की लागत से बने इस बेस में एक बार में कुछ छह पनडुब्बी और आठ युद्धपोतों को तैनात किया जा सकता है। बंगाल की खाड़ी में स्थित यह बेस आपातकाल में पनडुब्बियों की सुरक्षित और तेज आवाजाही में भी मदद करेगा। हालांकि, इसे भारत के लिए खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 3 मार्च 2017 को ‘बीएनएस शेख हसीना’ नाम के इस सबमरीन बेस की आधारशिला रखी थी। यह बांग्लादेश की अब तक की सबसे उल्लेखनीय नौसैनिक कूटनीति उपलब्धियों में से एक है। 2009 में सत्ता में आने के बाद से ही शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की तैयार की गई रक्षा नीति के अनुसार ‘फोर्सेज गोल 2030’ को लागू करना शुरू कर दिया है.

FAQs

हाल ही में किस देश ने अपना पहला सबमरीन बेस् शुरू किया है?

बांग्लादेश बंदरगाह पर पनडुब्बियों और युद्धपोतों को सुरक्षित जेटी फैसिलिटी प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त सबमरीन बेस को शुरू किया है।

पनडुब्बियां क्यों बनाई गईं?

अमेरिकी क्रांति (1775-83) के दौरान पनडुब्बी को पहली बार नौसैनिक युद्ध में एक आक्रामक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया था। येल में एक छात्र डेविड बुशनेल द्वारा आविष्कार किया गया कछुआ, एक आदमी का शिल्प, अंत में खड़े अखरोट के आकार में लकड़ी का बनाया गया था.

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