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पद्मा लक्ष्मी बनी केरल की पहली ट्रांसजेंडर वकील, कौन है पद्मा लक्ष्मी? जानिए

केरल की पद्मा लक्ष्मी (Padma Lakshmi) राज्य की पहली ट्रांसजेंडर वकील बन गईं, उन्होंने राज्य की बार काउंसिल के साथ एक वकील के रूप में नामांकन किया है. उनका लक्ष्य गरीबों और हाशिए पर खड़े लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करना है.

राज्य की बार काउंसिल का नामांकन हासिल करने के बाद पद्मा लक्ष्मी ने कहा कि उनके इस पेशे में आने का एकमात्र लक्ष्य गरीबों और शोषित लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करना है साथ ही कानूनी न्याय तक उनकी पहुँच को आसान बनाना है.

उन्होंने बताया कि मेरा यह सफ़र आसान नहीं था कई बाधाएं आई लेकिन अपने सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ मैंने इनका सामना किया. उन्होंने अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया कि नकारात्मकता के प्रति उपेक्षा ने उन्हें एक वकील बनने का लक्ष्य दिया और इसे हासिल करने के लिए प्रेरित किया.

कौन है पद्मा लक्ष्मी? 

पद्मा लक्ष्मी ने भौतिकी की डिग्री के साथ स्नातक करने के बाद एर्नाकुलम गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में एलएलबी के लिए दाखिला लिया. डिग्री हासिल करने के बाद वह राज्य की न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारियों में लग गयी और इसमें सफलता हासिल की.

पद्मा लक्ष्मी एक निजी बीमा कंपनी और एलआईसी के लिए एक बीमा एजेंट के रूप में भी काम किया है ताकि वह अपने शिक्षा का खर्च उठा सके साथ ही उन्होंने अपनी चिकित्सा जरूरतों को भी इसके माध्यम से पूरा किया.

उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ता केवी भद्रकुमारी के साथ एक प्रशिक्षु के रूप में अपना करियर शुरू किया, और धीरे-धीरे बीमा एजेंट का काम बंद कर दिया, ताकि वह अपने लॉ करियर पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर सके.

FAQs

कौन है पद्मा लक्ष्मी? 

पद्मा लक्ष्मी ने भौतिकी की डिग्री के साथ स्नातक करने के बाद एर्नाकुलम गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में एलएलबी के लिए दाखिला लिया. डिग्री हासिल करने के बाद वह राज्य की न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारियों में लग गयी और इसमें सफलता हासिल की.

पद्मा लक्ष्मी का क्या लक्ष्य है?

राज्य की बार काउंसिल का नामांकन हासिल करने के बाद पद्मा लक्ष्मी ने कहा कि उनके इस पेशे में आने का एकमात्र लक्ष्य गरीबों और शोषित लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करना है साथ ही कानूनी न्याय तक उनकी पहुँच को आसान बनाना है.

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केरल की पद्मा लक्ष्मी (Padma Lakshmi) राज्य की पहली ट्रांसजेंडर वकील बन गईं, उन्होंने राज्य की बार काउंसिल के साथ एक वकील के रूप में नामांकन किया है. उनका लक्ष्य गरीबों और हाशिए पर खड़े लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करना है.

राज्य की बार काउंसिल का नामांकन हासिल करने के बाद पद्मा लक्ष्मी ने कहा कि उनके इस पेशे में आने का एकमात्र लक्ष्य गरीबों और शोषित लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करना है साथ ही कानूनी न्याय तक उनकी पहुँच को आसान बनाना है.

उन्होंने बताया कि मेरा यह सफ़र आसान नहीं था कई बाधाएं आई लेकिन अपने सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ मैंने इनका सामना किया. उन्होंने अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया कि नकारात्मकता के प्रति उपेक्षा ने उन्हें एक वकील बनने का लक्ष्य दिया और इसे हासिल करने के लिए प्रेरित किया.

कौन है पद्मा लक्ष्मी? 

पद्मा लक्ष्मी ने भौतिकी की डिग्री के साथ स्नातक करने के बाद एर्नाकुलम गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में एलएलबी के लिए दाखिला लिया. डिग्री हासिल करने के बाद वह राज्य की न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारियों में लग गयी और इसमें सफलता हासिल की.

पद्मा लक्ष्मी एक निजी बीमा कंपनी और एलआईसी के लिए एक बीमा एजेंट के रूप में भी काम किया है ताकि वह अपने शिक्षा का खर्च उठा सके साथ ही उन्होंने अपनी चिकित्सा जरूरतों को भी इसके माध्यम से पूरा किया.

उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ता केवी भद्रकुमारी के साथ एक प्रशिक्षु के रूप में अपना करियर शुरू किया, और धीरे-धीरे बीमा एजेंट का काम बंद कर दिया, ताकि वह अपने लॉ करियर पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर सके.

FAQs

कौन है पद्मा लक्ष्मी? 

पद्मा लक्ष्मी ने भौतिकी की डिग्री के साथ स्नातक करने के बाद एर्नाकुलम गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में एलएलबी के लिए दाखिला लिया. डिग्री हासिल करने के बाद वह राज्य की न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारियों में लग गयी और इसमें सफलता हासिल की.

पद्मा लक्ष्मी का क्या लक्ष्य है?

राज्य की बार काउंसिल का नामांकन हासिल करने के बाद पद्मा लक्ष्मी ने कहा कि उनके इस पेशे में आने का एकमात्र लक्ष्य गरीबों और शोषित लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करना है साथ ही कानूनी न्याय तक उनकी पहुँच को आसान बनाना है.

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