भारत की एक पर्वतारोही अंजलि शर्मा (Anjali Sharma) ने अफ्रीका में माउंट किलिमंजारो (Mount Kilimanjaro) की चोटी पर पारंपरिक गद्दी पोषक या लुआंचड़ी (Luanchadi) पहनकर सफलतापूर्वक चढ़ाई करके इतिहास रच दिया है।
वह गद्दी की पोशाक पहनकर यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला हैं, और उनका लक्ष्य पर्वत चोटियों पर गद्दी संस्कृति को बढ़ावा देना है।
उन्होंने 6001 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले हनुमान टिब्बा (Hanuman Tibba) और पहाड़ देव (Pahar Deo) पर भी चढ़ाई की है।
माउंट किलिमंजारो अफ्रीका के पूर्वी भाग में तंजानिया में स्थित एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है। यह महाद्वीप का सबसे ऊँचा शिखर है और दुनिया का सबसे ऊँचा एकल मुक्त पर्वत है, जिसका शिखर समुद्र तल से 5,895 मीटर की ऊँचाई तक पहुँचता है।
अंजलि शर्मा की किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ाई केवल एक और पर्वतारोहण अभियान नहीं था। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी, क्योंकि वह गद्दी की पोशाक पहनकर पहाड़ पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उनका उद्देश्य हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को बढ़ावा देना था, जहां से इस पारंपरिक पोशाक की उत्पत्ति होती है।
माउंट किलिमंजारो दुनिया भर के हाइकर्स के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। यह हर साल हजारों आगंतुकों को आकर्षित करता है।
यह अपने विविध पारिस्थितिक तंत्रों के लिए प्रसिद्ध है, जैसे वर्षावन, दलदली भूमि, अल्पाइन रेगिस्तान और ग्लेशियर। माउंट किलिमंजारो पर चढ़ना एक चुनौतीपूर्ण और पुरस्कृत अनुभव है, इसके लिए शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति के साथ-साथ सावधानीपूर्वक योजना और तैयारी की आवश्यकता होती है।