cgpsc tyari logo

अमित शाह ने नई दिल्ली में वैदिक विरासत पोर्टल का उद्घाटन किया

गृह मंत्री अमित शाह ने वैदिक हेरिटेज पोर्टल और 64 कलाओं पर आधारित आभासी संग्रहालय कला वैभव का लोकार्पण किया. इस पोर्टल में ऑडियो-विजुअल के साथ-साथ विशेष तकनीकी प्रभाव से युक्त लिपिबद्ध मन्त्रों का अनुवाद के साथ समायोजन किया गया है.

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र परिसर में केन्द्र द्वारा निर्मित वैदिक हेरिटेज पोर्टल और 64 कलाओं पर आधारित आभासी संग्रहालय का लोकार्पण गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह ने किया.

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार टेक्नोलॉजी के माध्यम से भारत के प्राचीन ग्रन्थों व पांडुलिपियों के ज्ञान को भविष्य के लिए सुरक्षित कर रही है. लोकार्पण कार्यक्रम की शुरुआत देश के विभिन्न गुरुकुलों से आए बटुकों (वेदपाठियों) और रोहतक के गुरुकुल से आईं विदुषियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से हुई.

वैदिक हेरिटेज पोर्टल को हिंदी और अंग्रेजी भाषा में तैयार किया गया है. हैरिटेज पोर्टल केन्द्र का ऐसा प्रकल्प है, जिसमें भारतीय ज्ञान और संस्कृति के मूल वेद एवं सम्पूर्ण वैदिक परम्परा का मौलिक रूप में संग्रह किया गया है.

वैदिक मन्त्र लिखित न होकर ऋषियों द्वारा श्रुत एवं दृष्ट हैं, जिनका हस्तांतरण गुरु-शिष्य परम्परा के माध्यम से विभिन्न‘प्रकृति एवं विकृति पाठों के साथ एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक किया जाता है. भारत में ज्ञान की सर्वाधिक प्रामाणिक पद्धति दृष्ट और श्रुत ही है, जिसका संरक्षण उसके मूल स्वरूप में किया जाना आवश्यक है.

वैश्विक परिदृश्य में वैदिक हेरिटेज पोर्टल ही सम्भवतः एकमात्र ऐसा प्रकल्प है, जहां वेद एवं सम्पूर्ण वैदिक परम्परा का डिजिटल दिग्दर्शन किया जा सकता है. इस पोर्टल में सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से वेदपाठी आचार्यों के चार वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद) की प्रचलित शाखाओं के कुल 18 हजार से अधिक मन्त्रों के अब तक 550 घण्टों की ऑडियो-विजुअल रिकॉर्डिंग संगृहीत है.

इस पोर्टल में ऑडियो-विजुअल के साथ-साथ विशेष तकनीकी प्रभाव से युक्त लिपिबद्ध मन्त्रों का अनुवाद के साथ समायोजन किया गया है. आधुनिक विज्ञान के परिप्रेक्ष्य में वैदिक ज्ञान की प्रासंगिकता को बताने वाले अनेक वैज्ञानिक विषयों के शोधपरक लेख और व्याख्यान इस पोर्टल पर संगृहीत हैं.

सम्बंधित लेख

अमित शाह ने नई दिल्ली में वैदिक विरासत पोर्टल का उद्घाटन किया

गृह मंत्री अमित शाह ने वैदिक हेरिटेज पोर्टल और 64 कलाओं पर आधारित आभासी संग्रहालय कला वैभव का लोकार्पण किया. इस पोर्टल में ऑडियो-विजुअल के साथ-साथ विशेष तकनीकी प्रभाव से युक्त लिपिबद्ध मन्त्रों का अनुवाद के साथ समायोजन किया गया है.

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र परिसर में केन्द्र द्वारा निर्मित वैदिक हेरिटेज पोर्टल और 64 कलाओं पर आधारित आभासी संग्रहालय का लोकार्पण गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह ने किया.

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार टेक्नोलॉजी के माध्यम से भारत के प्राचीन ग्रन्थों व पांडुलिपियों के ज्ञान को भविष्य के लिए सुरक्षित कर रही है. लोकार्पण कार्यक्रम की शुरुआत देश के विभिन्न गुरुकुलों से आए बटुकों (वेदपाठियों) और रोहतक के गुरुकुल से आईं विदुषियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से हुई.

वैदिक हेरिटेज पोर्टल को हिंदी और अंग्रेजी भाषा में तैयार किया गया है. हैरिटेज पोर्टल केन्द्र का ऐसा प्रकल्प है, जिसमें भारतीय ज्ञान और संस्कृति के मूल वेद एवं सम्पूर्ण वैदिक परम्परा का मौलिक रूप में संग्रह किया गया है.

वैदिक मन्त्र लिखित न होकर ऋषियों द्वारा श्रुत एवं दृष्ट हैं, जिनका हस्तांतरण गुरु-शिष्य परम्परा के माध्यम से विभिन्न‘प्रकृति एवं विकृति पाठों के साथ एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक किया जाता है. भारत में ज्ञान की सर्वाधिक प्रामाणिक पद्धति दृष्ट और श्रुत ही है, जिसका संरक्षण उसके मूल स्वरूप में किया जाना आवश्यक है.

वैश्विक परिदृश्य में वैदिक हेरिटेज पोर्टल ही सम्भवतः एकमात्र ऐसा प्रकल्प है, जहां वेद एवं सम्पूर्ण वैदिक परम्परा का डिजिटल दिग्दर्शन किया जा सकता है. इस पोर्टल में सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से वेदपाठी आचार्यों के चार वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद) की प्रचलित शाखाओं के कुल 18 हजार से अधिक मन्त्रों के अब तक 550 घण्टों की ऑडियो-विजुअल रिकॉर्डिंग संगृहीत है.

इस पोर्टल में ऑडियो-विजुअल के साथ-साथ विशेष तकनीकी प्रभाव से युक्त लिपिबद्ध मन्त्रों का अनुवाद के साथ समायोजन किया गया है. आधुनिक विज्ञान के परिप्रेक्ष्य में वैदिक ज्ञान की प्रासंगिकता को बताने वाले अनेक वैज्ञानिक विषयों के शोधपरक लेख और व्याख्यान इस पोर्टल पर संगृहीत हैं.

सम्बंधित लेख