यह ट्रेन पर्यटन और रेलवे मंत्रालयों की एक संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य न केवल व्यापक पर्यटकों को बल्कि दलित समुदाय को भी आकर्षित करना है। आठ दिवसीय विशेष दौरे में अम्बेडकर से जुड़े आठ महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं, यानी नई दिल्ली, महू, नागपुर, सांची, सारनाथ, गया, राजगीर और नालंदा।
भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन (Bharat Gaurav Tourist Train) का फ्लैग-ऑफ समारोह 14 अप्रैल, 2023 को दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया गया था। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
भारत गौरव पर्यटक ट्रेन द्वारा कवर किए गए अम्बेडकर सर्किट (Ambedkar Circuit) में सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक नागपुर में दीक्षाभूमि (Deekshabhoomi) है। यह नवयान बौद्ध धर्म (Navayana Buddhism) का एक पवित्र स्मारक है जहाँ डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने 14 अक्टूबर, 1956 को अशोक विजयादशमी पर अपने लगभग 6 लाख अनुयायियों, मुख्य रूप से अनुसूचित जाति के लोगों के साथ बौद्ध धर्म ग्रहण किया था।
भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन पर्यटकों के लिए यात्रा को आरामदायक और यादगार बनाने के लिए विभिन्न सुविधाओं से लैस है। यात्रियों की आहार संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए इसमें एक अच्छी तरह से सुसज्जित पेंट्री है।