लाड़ली लक्ष्मी योजना को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 01 अप्रैल 2007 को शरू किया गया था। इस स्कीम का उदेश्य राज्य की बालिकाओं सर्वांगीण विकास करना है, जैसे– लिंगानुपात में सुधार लाना, भ्रूण हत्या में कमी लाना, शिक्षिक स्तर में सुधार लाना एवं बेटी पढाई के लिए परिवार की आर्थिक सहायता करना आदि। यह योजना मध्य प्रदेश की बालिकाओं के लिए शुरू की गयी है, यदि आप किसी अन्य राज्य से है, तो आप इस योजना का लाभ नहीं ले सकते है.
लाड़ली लक्ष्मी योजना 2023 क्या है?
सरकार द्वारा लाडली योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि को किस्तवार विभाजित किया है, जो बच्ची के जन्म से लेकर स्नाकोत्तर की शिक्षा तक निम्न अनुसार दी जाती है, जैसे – 6th में 2000/-, 9th में 4000/- 11th & 12th में 6000/-, स्नातक के प्रथम व द्वितीय वर्ष में प्रत्येक वर्ष 25000/- एवं 21 वर्ष के बाद 100000/- रूपये की सहायता राशि दी जाएगी।
लाडली योजना के कुछ बाते
योजना का नाम | MP लाड़ली लक्ष्मी योजना |
कब शुरू हुई | 01 अप्रैल 2007 |
संबधित विभाग का नाम | महिला एवं बाल विकास विभाग, मध्य प्रदेश। |
लाभार्थी कौन है | मध्य प्रदेश राज्य की बालिकाएं |
उदेश्य | लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच का विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, कन्या भ्रूण हत्या पर रोक, अच्छा भविष्य तैयार करना आदि। |
कुल सहायता राशि | कुल 1,18,000/- रूपये |
ऑफिसियल वेबसाइट | http://ladlilaxmi.mp.gov.in |
लाड़ली लक्ष्मी योजना के उदेश्य
लाड़ली लक्ष्मी योजना को राज्य सरकार द्वारा एक विशेष उदेश्य से शुरू किया है, विवरण निम्न है –
- मध्य प्रदेश के लोगों को बेटियों के प्रति जागरूक करना, समाज में बेटियां भी बेटों से कम नहीं होती है, इस सोच का विकास करना।
- बेटियों को अच्छी शिक्षा देना, अच्छी शिक्षा से उन्हें आत्मनिर्भर बनना। इसके साथ ही देश व परिवार का नाम रोशन कर सकें।
- और फिर देश के अन्य क्षेत्रों में भी लिंगानुपात सूचकांक बढ़ाएँ। समाज में लड़कियों के जन्म के लिए स्वीकृति की संस्कृति को बढ़ावा देना।
- परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहित करना। (समाज में कहीं बार पहले दो बच्चे बेटियों के रूप में प्राप्त होते है, इससे परिवार जब तक बेटा न हो लगातार बच्चे पैदा करते रहते है। इसके लिए समाज में जागरूकता लाना, इससे जनसंख्या वृद्धि दर में कमी लाना।)
- बालिका के सफल भविष्य के लिए एक ठोस आधार रखना।
- महिलाओं की भ्रूण हत्या और कन्या भ्रूण हत्या बंद करें।
- सेटिंग को लड़कियों के विकास के लिए सहायक और ग्रहणशील बनाएं।
- कानूनी उम्र में विवाह को प्रोत्साहित करें और बाल विवाह को हतोत्साहित करें।
मध्य प्रदेश लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए पात्रता व शर्तें
लाड़ली लक्ष्मी योजना माध्यम प्रदेश का लाभ लेने के लिए आपको निम्न पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा, विवरण निम्न है –
- सर्वप्रथम आवेदन बालिका मध्य प्रदेश की निवासी होना आवश्यक है। यदि प्रदेश से बाहर की निवासी है, तो आप इस योजना का लाभ नहीं ले पायेगें।
- आवेदक का परिवार गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन कर रहा हो। यदि आपके परिवार के आय अधिक है, तो आप इस योजना के लिए अपात्र हो जायेंगें।
- यदि परिवार इनकम टेक्स भरता है, तो आप इस योजना के लिए पात्र नहीं है।
- बालिका को गोद लिए जाने के सन्दर्भ में उसका गोद लेने का प्रमाण पत्र (लीगल सर्टिफिकेट) लेना आवश्यक है, अन्यथा आप इस योजना का लाभ नहीं ले पायेंगें।
- आखिरी क़िस्त प्राप्त करने के लिए बालिका का 12वीं पास होना आवश्यक है.
लाड़ली लक्ष्मी योजना हेतु दस्तावेज
लाड़ली योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास निम्न दस्तावेज होना आवश्यक है –
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
- राशन कार्ड
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का पहचान पत्र
- बैंक खाते का विवरण / पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- जाति प्रमाण पत्र
- गोद लेने का सर्टिफिकेट (यदि गोद लिया हो)
- बालिका का टीकाकरण कार्ड
लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 के लाभ
मध्य प्रदेश सरकार लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता राशि को कुल 6 किस्तों में दी जाती है। सभी का विवरण नीचे दिया गया है –
प्रथम किस्त: बेटी के कक्षा 6वीं में प्रवेश पर राशि 2000 रूपये की राशि दी जाएगी।
द्वितीय किस्त: बालिका के 9वीं कक्षा में प्रवेश पर 4000 रूपये की राशि दी जाती है।
तृतीय किस्त: लाभार्थी बालिका के कक्षा 11वीं एवं 12वीं कक्षा में 6000/- रूपये की छात्रवृति दी जाएगी।
चौथी व पांचवी किस्त: लाभार्थी को कक्षा 12वीं पास करने के बाद स्नातक या अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रम (न्यूनतम दो वर्ष का पाठ्यक्रम) में एडमिशन लेने पर प्रोत्साहन राशि 25000/- की दो समान क़िस्त प्रथम व द्वितीय वर्ष दी जाएगी।
छठी किस्त: बालिका की उम्र 21 वर्ष होने के बाद कुल 100000/- का भुगतान किया जाता है। ( यह क़िस्त लाभार्थी बालिका को तभी दी जाएगी, यदि वह 12 परीक्षा में सम्मिलित हुई हो। यदि बालिका का विवाह हो चूका हो तो वह बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 में दिए उम्र अनुसार हुआ हो।
- योजना की आखिरी किस्त 21 वर्ष पुरे होने पर ही दी जाती है। अंतिम क़िस्त के रुप में सरकार द्वारा एक लाख रूपये योजनान्तर्गत दिए जाते है।
FAQs
लाड़ली लक्ष्मी योजना 2023 क्या है?
लाडली योजना के तहत कितनी राशी दी जाती है?
लाड़ली लक्ष्मी योजना हेतु क्या-क्या दस्तावेज लगता है?
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
- राशन कार्ड
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का पहचान पत्र
- बैंक खाते का विवरण / पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- जाति प्रमाण पत्र
- गोद लेने का सर्टिफिकेट (यदि गोद लिया हो)
- बालिका का टीकाकरण कार्ड