सम्मिलित राज्य या प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा तथा सहायक वन संरक्षक या क्षेत्रीय वन अधिकारी सेवा परीक्षा दोनों से सम्बन्धित प्रारम्भिक परीक्षा हेतु पाठ्यक्रम-
दोस्तों मैं आपकी जानकारी के लिए बताना चाहता हूं कि UPPSC का चयन प्रक्रिया मुख्यतः 3 चरणों में पूरा होता है जिसके बारे में नीचे विस्तार से वर्णन किया गया है।
1. प्रारंभिक ( Prelims )
2. मुख्य ( Mains )
3. साक्षात्कार ( Interview )
- UPPSC Prelims Exam Pattern-
(i) UPPSC की परीक्षा offline मोड में होता है।
(ii) UPPSC की परीक्षा OMR बेस होता है।
(iii) UPPSC की परीक्षा में पूरे 150 प्रश्न पूछे जाते हैं।
(iv) UPPSC के सारे प्रश्न बहुविकल्पी (MCQ) प्रकार के होते हैं।
(v) UPPSC Pre की परीक्षा में 2 Paper होते हैं और दोनों पेपर एक ही दिन में होते हैं।
* प्रथम पेपर 150 प्रश्न का होता है। ( General Studies I )
* द्वितीय पेपर 100 प्रश्न का होता है। ( General Studies II )। इसको C-SAT भी कहा जाता है।
(vi) परीक्षा में 0.33 का नेगेटिव मार्किंग होता है।
- UPPSC Mains Exam Pattern-
(i) यह परीक्षा ऑफलाइन होती है पेपर + पेन आधारित।
(ii) यह परीक्षा पूरे 1500 नंबर का होता है।
(iii) परीक्षा के अंतर्गत पूरे 8 विषय होते हैं।
नोट :- UPPSC के नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार, उम्मीदवारों को दी गई सूची में से अब केवल एक वैकल्पिक विषय (2 Paper) का चयन करना है।
- UPPSC Interview Pattern-
UPPSC Interview के लिए सिर्फ उन्हीं छात्रों को बुलाया जाता है जो छात्र Pre + Mains के परीक्षा को पास कर चुके होते हैं।
नोट 1 :- यह यूपीपीएससी परीक्षा का अंतिम दौर है। मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को कार्मिक साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार 100 अंकों का होगा। उम्मीदवारों का साक्षात्कार यूपीपीएससी द्वारा नियुक्त बोर्ड द्वारा किया जाता है।
नोट 2 :- साक्षात्कार का उद्देश्य सक्षम और निष्पक्ष पर्यवेक्षकों के एक बोर्ड द्वारा राज्य सेवाओं में कैरियर के लिए उम्मीदवार की व्यक्तिगत उपयुक्तता की जांच करना है।
नोट 3 :- व्यक्तित्व परीक्षण में, अपने अकादमिक अध्ययन के अलावा, उम्मीदवारों को अपने राज्य या देश के भीतर और बाहर हो रहे मामलों के बारे में पता होना चाहिए।
नोट 4 :- साक्षात्कार उम्मीदवार के मानसिक गुणों और विश्लेषणात्मक क्षमता का पता लगाने के उद्देश्य से एक उद्देश्यपूर्ण बातचीत है।
- UPPSC प्रारंभिक परीक्षा का अंक-
PAPER – 1: सामान्य अध्ययन I – 150 marks
PAPER – 2: सामान्य अध्ययन II (C-SAT)- 100 marks
- UPPSC मुख्य परीक्षा का अंक-
(i) सामान्य हिंदी – 150 marks
(ii) निबंध – 150 marks
(iii) सामान्य अध्ययन I – 200 marks
(iv) सामान्य अध्ययन II – 200 marks
(v) सामान्य अध्ययन III – 200 marks
(vi) सामान्य अध्ययन IV – 200 marks
(v) वैकल्पिक विषय (Paper 1) – 200 marks
(vi) वैकल्पिक विषय (Paper 2) – 200 marks
सामान्य अध्ययन (Paper – 1)
अवधि- 2 घण्टे
अंक – 200
(1) राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनायें।
(2) भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन।
(3) भारत एवं विश्व का भूगोल- भारत एवं विश्व का भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल।
(4) भारतीय राजनीति एवं शासन- संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकारिक मुद्दे (राइट्स इश्यूज) आदि।
(5) आर्थिक एवं सामाजिक विकास-सतत विकास, गरीबी, अन्तर्विष्ट जनसांख्यिकीय, सामाजिक क्षेत्र के इनिशियेटिव आदि।
(6) पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी सम्बन्धी सामान्य विषय, जैव विविधता एवं जलवायु परिवर्तन इस विषय में विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है।
(7) सामान्य विज्ञान।
(8) राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनायें : राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाओं पर अभ्यर्थियों को जानकारी रखनी होगी।
- भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलनः इतिहास के अन्तर्गत भारतीय इतिहास के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक पक्षों की व्यापक जानकारी पर विशेष ध्यान देना होगा। भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन पर अभ्यर्थियों से स्वतंत्रता आन्दोलन की प्रकृति तथा विशेषता, राष्ट्रवाद का अभ्युदय तथा स्वतंत्रता प्राप्ति के बारे में सामान्य जानकारी अपेक्षित है।
- भारत एवं विश्व का भूगोलः भारत एवं विश्व का भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोलः विश्व भूगोल में विषय की केवल सामान्य जानकारी की परख होगी। भारत का भूगोल के अन्तर्गत देश के भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल से सम्बन्धित प्रश्न होंगे।
- भारतीय राजनीति एवं शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, लोकनीति, आधिकारिक प्रकरण आदिः भारतीय राज्य व्यवस्था, अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति के अन्तर्गत देश के पंचायती राज तथा सामुदायिक विकास सहित राजनीतिक प्रणाली के ज्ञान तथा भारत की आर्थिक नीति के व्यापक लक्षणों एवं भारतीय संस्कृति की जानकारी पर प्रश्न होंगे।
- आर्थिक एवं सामाजिक विकास- सतत विकास, गरीबी अन्तर्विष्ट जनसांख्यिकीय, सामाजिक क्षेत्र के इनिशियेटिव आदिः अभ्यर्थियों की जानकारी का परीक्षण जनसंख्या, पर्यावरण तथा नगरीकरण की समस्याओं तथा उनके सम्बन्धों के परिप्रेक्ष्य में किया जायेगा।
- पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी सम्बन्धी सामान्य विषय जैव विविधता एवं जलवायु परिवर्तनः इस विषय में विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है। अभ्यर्थियों से विषय की सामान्य जानकारी अपेक्षित है।
- सामान्य विज्ञानः सामान्य विज्ञान के प्रश्न दैनिक अनुभव तथा प्रेक्षण से सम्बन्धित विषयों सहित विज्ञान के सामान्य परिबोध एवं जानकारी पर आधारित होंगे, जिसकी किसी भी सुशिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जा सकती है, जिसने वैज्ञानिक विषयों का विशेष अध्ययन नहीं किया है।
नोटः- अभ्यर्थियों से यह अपेक्षित होगा कि उत्तर प्रदेश के विशेष परिप्रेक्ष्य में उपर्युक्त विषयों का उन्हें सामान्य परिचय हो।
C-SAT (Paper – 2)
अवधि- 2 घण्टे
अंक – 200
(i) काम्प्रिहेन्सन (विस्तारीकरण)
(ii) अन्तर्वैयक्तिक क्षमता जिसमें सम्प्रेषण कौशल भी समाहित होगा।
(iii) तार्किक एवं विश्लेषणात्मक योग्यता।
(iv) निर्णय क्षमता एवं समस्या समाधान।
(v) सामान्य बौद्धिक योग्यता।
(vi) प्रारम्भिक गणित हाईस्कूल स्तर तक- अंकगणित, बीजगणित, रेखागणित व सांख्यिकी।
(vii) सामान्य अंग्रेजी हाईस्कूल स्तर तक।
(viii) सामान्य हिन्दी हाईस्कूल स्तर तक।
प्रारम्भिक गणित (हाईस्कूल स्तर तक) के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किये जाने वाले विषय
1. अंकगणित –
(i) संख्या पद्धतिः प्राकृतिक, पूर्णांक, परिमेय-अपरिमेय एवं वास्तविक संख्यायें, पूर्णांक संख्याओं के विभाजक एवं अविभाज्य पूर्णांक संख्यायें। पूर्णांक संख्याओं का लघुत्तम समापवत्र्य (LCM) एवं महत्तम समापवत्र्य (HCF) तथा उनमें सम्बन्ध।
(ii) औसत
(iii) अनुपात एवं समानुपात
(iv) प्रतिशत
(v) लाभ-हानि
(vi) ब्याज- साधारण एवं चक्रवृद्धि
(vii) काम तथा समय
(viii) चाल, समय तथा दूरी
2. बीजगणित-
(i) बहुपद के गुणनखण्ड, बहुपदों का लघुत्तम समापवत्र्य एवं महत्तम समापवत्र्य एवं उनमें सम्बन्ध, शेषफल प्रमेय, सरल युगपत समीकरण, द्विघात समीकरण
(ii) समुच्चय सिद्धान्तः समुच्चय, उप समुच्चय, उचित उपसमुच्चय, रिक्त समुच्चय, समुच्चयों के बीच संक्रियायें (संघ, प्रतिछेद, अन्तर, समिमित अन्तर), बेन-आरेख
3. रेखागणित-
(i) त्रिभुज, आयत, वर्ग, समलम्ब चतुर्भुज एवं वृत्त की रचना एवं उनके गुण सम्बन्धी प्रमेय तथा परिमाप एवं उनके क्षेत्रफल,
(ii) गोला, समकोणीय वृत्ताकार बेलन, समकोणीय वृत्ताकार शंकु तथा धन के आयतन एवं पृष्ठ क्षेत्रफल।
4. सांख्यिकी-
(i) आंकड़ों का संग्रह, आंकड़ों का वर्गीकरण, बारम्बारता, बारम्बारता बंटन, सारणीयन, संचयी बारम्बारता, आंकड़ों का निरूपण, दण्डचार्ट, पाई चार्ट, आयत चित्र, बारम्बारता बहुभुज, संचयी बारम्बारता
(ii) वक्र, केन्द्रीय प्रवृत्ति की माप- समान्तर माध्य, माध्यिका एवं बहुलक।
General English Upto Class X Level
1. Comprehension
2. Active Voice and Passive Voice
3. Parts of Speech
4. Transformation of Sentences
5. Direct and Indirect Speech
6. Punctuation and Spellings
7. Words meanings
8. Vocabulary & Usage
9. Idioms and Phrases
10. Fill in the Blanks
सामान्य हिन्दी (हाईस्कूल स्तर तक) के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किये जाने वाले विषय
(1) हिन्दी वर्णमाला, विराम चिन्ह।
(2) शब्द रचना, वाक्य रचना, अर्थ।
(3) शब्द-रूप।
(4) संधि, समास।
(5) क्रियायें।
(6) अनेकार्थी शब्द।
(7) विलोम शब्द।
(8) पर्यायवाची शब्द।
(9) मुहावरे एवं लोकोक्तियां।
(10) तत्सम एवं तद्भव, देशज, विदेशी (शब्द भंडार)।
(11) वर्तनी।
(12) अर्थबोध।
(13) हिन्दी भाषा के प्रयोग में होने वाली अशुद्धियाँ।
(14) उ.प्र. की मुख्य बोलियाँ।
UPPSC मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम-
* मुख्य परीक्षा ( Paper-1) का पाठ्यक्रम-
हिंदी
1. दिये हुए गद्य खण्ड का अवबोध एवं प्रश्नोत्तर।
2. संक्षेपण।
3. सरकारी एवं अर्धसरकारी पत्र लेखन, तार लेखन, कार्यालय आदेश, अधिसूचना, परिपत्र।
4. शब्द ज्ञान एवं प्रयोग।
5. उपसर्ग एवं प्रत्यय प्रयोग,
6. विलोम शब्द,
7. वाक्यांश के लिए एकशब्द,
8. वर्तनी एवं वाक्य शुद्धि,
9. अनेकार्थी शब्द
10. लोकोक्ति एवं मुहावरे।
11. हिंदी वर्णमाला, विराम चिन्ह
12. संधि, समास
13. क्रियाएं
14. अर्थबोध
15. पर्यायवाची
16. मुहावरे एवं लोकोक्तियां
17. तत्सम एवं तद्भव देशज विदेशी (शब्द भंडार)
18. हिंदी भाषा के प्रयोग में होने वाली अशुद्धियां
19. उत्तर प्रदेश की मुख्य बोलियां, शब्द रचना, वाक्य रचना, अर्थ
* मुख्य परीक्षा (Paper-2) का पाठ्यक्रम-
निबंध
निबंध- इस पेपर में, छात्रों को लगभग 700 शब्दों के तीन निबंध लिखने होंगे, जिनमें से प्रत्येक खंड के लिए एक निबंध लिखना होता है।
1. भाग A – साहित्य और संस्कृति, राजनीतिक क्षेत्र और सामाजिक क्षेत्र।
2. भाग B – विज्ञान, आर्थिक क्षेत्र/पर्यावरण, और प्रौद्योगिकी, कृषि, उद्योग और व्यापार।
3. भाग C – राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाएँ भूस्खलन, राष्ट्रीय आपदाएँ, भूकंप, बाढ़, सूखा, राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम और परियोजनाएँ।
* मुख्य परीक्षा (Paper-3) का पाठ्यक्रम-
सामान्य अध्ययन I
1. आधुनिक भारत का इतिहास।
2. भारतीय संस्कृति और समाज की मुख्य विशेषताएं।
3. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम।
4. भारतीय संस्कृति और मध्यकालीन प्राचीन, आधुनिक इतिहास।
5. स्वतंत्रता के बाद भारत का एकीकरण और पुनर्गठन (वर्ष 1965 तक)।
6. समाज में महिलाओं की भूमिका और उनकी जनसंख्या, संगठन और संबंधित मुद्दे, गरीबी, विकास, शहरीकरण।
7. 18वीं सदी से 20वीं सदी के मध्य तक का विश्व इतिहास।
8. उदारीकरण, वैश्वीकरण और निजीकरण।
9. विश्व के महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों का वितरण और विशेष रूप से भारत के संदर्भ में उद्योगों के स्थान के लिए उत्तरदायी कारक।
10. सामाजिक सशक्तिकरण, धर्मनिरपेक्षता, क्षेत्रवाद और सांप्रदायिकता।
11. भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं।
12. विश्व में मानव प्रवास-शरणार्थी समस्या, जिसमें भारत पर मुख्य रूप से ध्यान दिया गया है।
13. भारत के समुद्री संसाधन।
14. भारतीय उपमहाद्वीप की सीमाएँ और सीमावर्ती रेखाएं।
15. उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक ज्ञान।
16. जनसंख्या और बस्तियां।
17. उत्तर प्रदेश का भौगोलिक ज्ञान।
* मुख्य परीक्षा (Paper-4) का पाठ्यक्रम-
सामान्य अध्ययन II
1. संघों और राज्यों के उत्तरदायित्व और कार्य।
2. केंद्र और राज्य के वित्तीय संबंधों में वित्त आयोग की भूमिका।
3. भारतीय संविधान, और इसके साथ संविधान के मूलभूत प्रावधानों के विकास में सर्वोच्च न्यायालय की भूमिका।
4. शक्तियों का पृथक्करण, विवाद निवारण तंत्र (वैकल्पिक विवाद निवारण तंत्र के आने के साथ), और संस्थान।
5. कार्यपालिका और न्यायपालिका, और जनहित याचिका (PIL)।
6. लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं।
7. संसद और राज्य विधानमंडल।
8. अन्य प्रमुख लोकतांत्रिक देशों की तुलना में भारत की संवैधानिक योजनाएं।
9. संवैधानिक पद।
10. विकास के लिए सरकारी नीतियां और हस्तक्षेप, और भारतीय संचार प्रौद्योगिकी (ICT)।
11. नीति आयोग के साथ संवैधानिक, नियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय।
12. NGO, स्वयं सहायता समूहों और अन्य के योगदान के साथ विकासात्मक प्रक्रियाएं।
13. स्वास्थ्य, शिक्षा, गरीबी और मानव संसाधन से संबंधित मुद्दे।
14. जनसंख्या के कमजोर वर्ग के लिए कल्याणकारी योजनाएं।
15. लोक सेवाओं की भूमिका।
16. वैश्विक, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय समूह।
17. भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंध।
18. अंतर्राष्ट्रीय संस्थान और एजेंसियां।
19. करंट अफेयर्स।
20. उत्तर प्रदेश का राजनीतिक ज्ञान।
* मुख्य परीक्षा (Paper-5) का पाठ्यक्रम-
सामान्य अध्ययन III
1. भारत में आर्थिक योजना।
2. गरीबी, बेरोजगारी, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास।
3. भारत के खाद्य प्रसंस्करण और उससे संबंधित उद्योग।
4. सरकारी बजट और वित्तीय प्रणाली।
5. कृषि सब्सिडी।
6. आजादी के बाद से भूमि सुधार।
7. प्रमुख फसलें, सिंचाई और कृषि।
8. उदारीकरण और वैश्वीकरण।
9. ICT सहित विज्ञान और प्रौद्योगिकी।
10. पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र।
11. इंफ्रास्ट्रक्चर।
12. आपदा राहत और प्रबंधन।
13. अंतर्राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा।
14. उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था।
15. बागवानी, वानिकी और पशुपालन।
16. भारत के सुरक्षा बल और संगठन।
17. कानून और व्यवस्था (विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के संदर्भ में)।
* मुख्य परीक्षा (Paper-6) का पाठ्यक्रम –
सामान्य अध्ययन IV (नीति शास्त्र)
नीति शास्त्र का पेपर हाल ही में शुरू किया गया है। यह पेपर परीक्षार्थियों के नैतिक चरित्र का आकलन करने के लिए बनाया गया था। इस पेपर के अंतर्गत आने वाले विषयों की सूची इस प्रकार है।
1. नैतिकता और मानव इंटरफेस।
2. प्रवृति।
3. भावात्मक बुद्धिमता।
4. लोक प्रशासन में सार्वजनिक/लोक सेवा मूल्य और नैतिकता।
5. शासन में ईमानदारी।
* मुख्य परीक्षा (Paper-7 & 8) का पाठ्यक्रम-
वैकल्पिक पेपर (I & II)
पेपर 7 और 8 के लिए, परीक्षार्थियों को अपने अध्ययन के क्षेत्र के अनुसार दो प्रासंगिक विषयों का चयन करना होता है। वे जिन विषयों का चयन कर सकते हैं उनकी सूची इस प्रकार है।
1. कानून
2. कृषि
3. कृषि इंजीनियरिंग
4. वनस्पति विज्ञान
5. मैकेनिकल इंजीनियरिंग
6. सिविल इंजीनियरिंग
7. पशुपालन
8. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
9. रसायन विज्ञान
10. मनोविज्ञान
11. प्राणि विज्ञान
12. चिकित्सा विज्ञान
13. भौतिकशास्त्र और पशु चिकित्सा विज्ञान
14. सांख्यिकी
15. अरबी साहित्य
16. उर्दू साहित्य
17. गणित
18. हिंदी साहित्य
19. अंग्रेजी साहित्य
20. प्रबंधन
21. संस्कृत साहित्य
22. फारसी साहित्य
23. भूगोल
24. अर्थशास्त्र
25. समाज शास्त्र
26. दर्शनशास्त्र
27. इतिहास
28. राजनीति विज्ञान
29. लोक प्रशासन
30. मानव शास्त्र
31. वाणिज्य और लेखा
32. भूविज्ञान
33. रक्षा अध्ययन
34. सामाजिक कार्य
इनमें से किसी भी विषय की परीक्षा को पास करने के लिए स्नातक स्तर तक का ज्ञान आवश्यक है।